بررسی میزان تمایل زبان‌آموزان رشتۀ زبان روسی در استفاده از ساختارهای مجهول (مطالعه موردی دانشجویان گروه روسی دانشگاه الزهراء و دانشجویان خارجی دانشگاه رو-د-ان روسیه)

نوع مقاله : مقالات علمی پژوهشی

نویسنده
استادیار گروه زبان روسی، دانشکده ادبیات، دانشگاه الزهرا (س)، تهران، ایران
چکیده
انتخاب ساختار معلوم یا مجهول برای گویشور یک زبان، همانطور که از نامش پیداست، صرفا یک «انتخاب» و «گزینش» است و گویشور بنا بر موقعیت و تشخیص خود برای بیان منظور، یکی از این دو جهت را استفاده می‌کند. این گزینش آگاهانه بین دو ساختار یاد شده، تا زمانی که گویشور به زبان مادری خود سخن می‌گوید، مسئله ای ایجاد نمی‌کند. مشکل از آنجایی شروع می شود که فرد بخواهد به زبان دیگری تکلم یا نگارش کند و برای این «انتخاب»، از بین اطلاعات و آموزش‌هایی که تا آن لحظه کسب کرده، دنبال دلیل می‌گردد تا به زعم خود اشتباهی مرتکب نشده و بین این دو ساختار، بهترین گزینه را انتخاب کند. مقالۀ پیش‌رو سعی دارد به این پرسش پاسخ دهد که زبان‌آموزانی که روسی برای آنها زبان مادری محسوب نمی‌گردد، چگونه در یک انتخاب آگاهانه ممکن است ساخت مجهول را برگزینند؟ به دیگر سخن، مقالۀ حاضر در صدد مقایسۀ جهت فعل در زبان‌های فارسی و روسی و یا رصد نمودن «اشتباهات» زبان‌آموزان در مواجهه با این مقوله نیست، بلکه از طریق طراحی پرسشنامۀ حاویِ گزینه‌های «بدون غلط» از بین انواع جملات شبه‌مجهول، مجهول، معلوم و اجرای آن روی 86 نفر از زبان‌آموزان رشتۀ روسی در ایران و روسیه (که روسی برای آنان زبان خارجی محسوب می‌شود) و بر اساس تحلیل پاسخ‌های آنان، به انعکاس «تمایل» آنها در استفاده از ساختارهای مجهول پرداخته و از این رهگذر، سعی دارد کمکی به مدرسان روسی در آموزش مقولۀ یادشده داشته باشد.

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موضوعات


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انتشار آنلاین از 22 تیر 1404